Kamal Hassan ने जो बारीकी अपने अभिनय,निर्देशन में दिखाई है उम्मीद की जाती है कि वही बारीकी वे अपने राजनितिक जीवन में भी दिखाएँगे। अभी तक के उनके सारे कदम इसी बात को साबित करते हैं कि वे एक कुशल राजनेता की तरह एक-एक कदम चुन चुन कर उठाया है।
South India खास कर Tamilnadu और Andra Pradesh की राजनीति और फिल्मों में हमेशा से बड़ा ही गहरा सम्बन्ध रहा है। प्राय : फ़िल्मी सितारे अपनी दूसरी इनिंग राजनीति में ही खेलते रहे हैं। वह चाहे M G Ramchandran हों N T Ramarao हों Jailalitha हों या फिर जयाप्रदा। जनता भी उन्हें सिर आँखों पर लिए रहती है। अत: Kamal Hasan का राजनीति में आना अप्रत्याशित बिलकुल भी नहीं रहा। आज उन्होंने अपनी खुद की पार्टी बना डाली। हालाँकि इसकी तैयारियां वे पिछले कई महीनों से कर रहे थें।
Kamal Hassan एक मंझे हुए अभिनेता ,पटकथा लेखक, निर्देशक ,गायक और गीतकार रहे हैं। अपनी प्रतिभा का लोहा उन्होंने कई बार मनवाया है। उन्हें तीन बार National Film Award और 19 बार Film Fair Award मिल चुके हैं। उनकी प्रोडक्शन कंपनी Raj Kamal International ने कई सुपर हिट फ़िल्में बनाई है। Kamal Hassan का जन्म परमकुड़ी में 7 नवम्बर 1954 में हुआ था। उन्होंने दो शादियां की हैं। पहली पत्नी वाणी गणपति है जिससे उनका तलाक 1988 में हो चूका है और दूसरी पत्नी सारिका है। इनसे भी उनका तलाक 2004 में हो गया था। उनके दो बच्चे हैं Shruti Hassan और Akshara Hassan. उन्हें भारत सरकार द्वारा पदमश्री (1990 ) और पदम्भूषण(2014 ) दिया गया। इसके अलावा Prix Henri Langlois French Award 2016 , Chevolier French 2016 में उन्हें मिला।
उन्होंने अपना करियर चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पे 1960 में शुरू किया। फिल्म का नाम Kalathur Kannama था। इस फिल्म में उन्हें प्रेजिडेंट गोल्ड मैडल मिला। 1975 में उन्होंने Apoorv Raagangal जो K Balachandra द्वारा निर्देशित थी में अपना पहला लीड रोल किया। इसके लिए उन्हें National Film Award मिला। फिर Muundram Pirai ,Nayagan , Hey Ram ,Virumaandi , Vishwaroopam , Dashawtaram आदि अनेक फिल्मो में अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी।
Jaylalitha की मृत्यु और Karunanidhi की अत्यधिक उम्र और अस्वस्थता तथा साथ ही उनके बेटों में कलह, तमिलनाडु में नेतृत्व का अभाव दीख रहा था। जनता दुविधा में थी। साथ ही जनता AIMDAK और DMK के भ्रष्टाचारों से ऊब चुकी थी। राष्ट्रीय पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस वहां अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही हैं। Kamal Hassan ने इस राजनितिक गैप का फायदा उठाया और अपनी पार्टी Makkal Needhi Maiam लोक न्याय पार्टी लांच कर दी। उन्होंने अपनी पार्टी की शुरुवात पूर्व राष्ट्रपति डॉ Abdul Kalam के घर से की। शायद वे जनता को सन्देश देना चाहते हैं कि उनकी पार्टी उनके आदर्शों पर चलेगी। साथ ही उद्घाटन अवसर पर Arvind Kejriwal को बुलाना यह संकेत कि वह साफ़ सुथरी , सरल और अलग तरह की राजनीति करेंगे जिसमे भ्रष्टाचार के लिए जीरो टोलेरेंस हो।
Kamal Hassan के चाहने वालों की कमी नहीं। है उनके फैंस लाखों ,करोडो में। हैं। अब देखना यह है कि वे अपने चाहने वालों की उम्मीदों पर खरा उतरते हैं या नहीं।
1 टिप्पणियाँ