कोई इसे सपनो का नगर कहता है तो कोई इसे नहरों का नगर। कोई इसे दुनिया का ड्राइंग रूम कहता है तो कोई इसे पुलों का शहर। जी हां हम दुनिया के सबसे खूबसूरत दस शहरों में से एक वेनिस की बात कर रहे हैं। वेनिस इटली का एक बेहद खूबसूरत शहर है जो इटली का सांस्कृतिक और व्यापारिक केंद्र भी है। इसे इटेलियन भाषा में वेनेजिया और जर्मन भाषा में वेनेडिश भी कहते हैं इसके अलावा इसके कई और भी नाम हैं जैसे एड्रियाटिक सागर की महारानी , पानी का शहर, मुखौटों का शहर टापुओं का शहर , यूरोप का सबसे रोमांटिक शहर आदि आदि।
वेनिस की पानी वाली सड़कें इसकी खूबसूरती को अदभुत, अविस्मरणीय और अकल्पनीय बनाती हैं। सड़कों के दोनों ओर कलात्मक भवन, सुन्दर पुल इस पुरे नगर को किसी कलाकार की कलाकृति के सामान प्रतीत कराते हैं। वेनिस में चाहे जिस ओर नज़र जाये, लगता है जैसे प्रकृति और मानव दोनों ने इसमें अपनी सारी खूबसूरती उड़ेल दी है। यही कारण है कि वेनिस में प्रति दिन लगभग 50000 से भी ज्यादा सैलानी घूमने आते हैं। यूनेस्को ने इसे 1987 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शामिल किया है।
वेनिस सिटी का इतिहास क्या है ?
वेनिस इटली का एक ऐतिहासिक शहर रहा है। यह करीब तीन हज़ार सालों का इतिहास अपने में समेटे हुए है। शुरू शुरू में वेनिटी लोगों ने जब देखा कि यहाँ का पानी ज्यादा गहरा नहीं है तब वे यहाँ आकर बसना शुरू किये। लम्बे समय तक यहाँ केवल मछुवारों और नाविकों बसते रहे। बाद में रोमन जनता विदेशी आक्रमणों से बचने के लिए यहाँ बसने लगी। सन 421 में यहाँ एक चर्च सां जियाकामी की स्थापना हुई और इसी दौरान वेनिस का निर्माण होना माना जाता है। 476 ईस्वी में रोमन साम्राज्य का पतन हो गया और फिर बाइजेंटाइन लोगों का यहाँ शासन हुआ जो काफी लम्बे समय तक चला। वेनिस 810 ईस्वी में स्वतंत्र हुआ तब यहाँ के नागरिकों ने ऑरसो लपाटो को अपना नेता चुना। वह वेनिस का पहला निर्वाचित डाज या ड्यूक था। बाद में ड्यूक की शक्तियों को सीमित करते हुए यहाँ ऑटोक्रेटिक पद्धति से शासन व्यवस्था की गयी। यह एक तरह का लोकतंत्र था जिसम 480 सदस्यों वाली एक कौंसिल के माध्यम से शासन होता था। इस प्रकार से रिपब्लिक ऑफ़ वेनिस का निर्माण हुआ और लगभग एक हज़ार वर्षों तक यह लोकतंत्र कायम रहा। 1797 में नेपोलियन ने इसपर कब्ज़ा किया और फिर नेपोलियन के वाटरलू में हारने के बाद इसपर ऑस्ट्रिया शासन हो गया। अंत में 1866 में वेनिस इटली का अंग बना जो अभी तक चल रहा है।
मध्य युग में वेनिस की नौसेना सर्वश्रेष्ठ मानी जाती थी। इस छोटे से टापुओं के देश के पास 3300 से भी ज्यादा युद्ध और व्यापारिक जहाजों का बेड़ा हुआ करता था जिसमे 36000 से भी ज्यादा कर्मचारी काम किया करते थे। वेनिस उस ज़माने में व्यापार का एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण केंद्र हुआ करता था। यह सिल्क, मसाले और अनाज के व्यापार के लिए मशहूर था। इसी वजह से यह एक समृद्धशाली केंद्र बन गया था। इसके अलावे वेनिस का इतिहास युद्धों के लिए भी जाना जाता है। यहाँ कई महत्वपूर्ण धर्मयुद्ध जिसे क्रूसेड कहा जाता था, हुए हैं।
वेनिस सिटी क्यों प्रसिद्ध है ?
वेनिस सिटी क्यों प्रसिद्ध है ?
वेनिस अपने कलात्मक भवनों के लिए भी प्रसिद्ध है। यह तेरहवीं से सतरहवीं शताब्दी तक यहाँ कला अपने चरम पर थी। यहाँ के भवनों की कलात्मकता देखते ही बनती है। पूरा शहर खूबसूरत मूर्तियों और पेंटिंग्स से सजा जान पड़ता है। संगीत के मामले में भी यह नगर अपनी छाप छोड़े हुए है। यह मार्को पोलो और एंटोनिओ विवाल्डो जैसे मशहूर संगीतज्ञों की भी जन्म स्थली रहा है।
वेनिस लैगूनों का देश है। यहाँ पर बहुत ही पतली पतली पानी की नहरे पुरे शहर को एक जाल की तरह से घेरे हुए है। ये नहरे ही वेनिस का मुख्य मार्ग हैं और अधिकतम यातायात इन्ही के माध्यम से होता है। संकरी नहरों के किनारे ऊँचे ऊँचे मकान और होटल बने हुए हैं। इन भवनों के मध्य से गुजरने वाली नहरों ने इस शहर को इतना खूबसूरत बना दिया है कि यह शहर पुरे विश्व में पर्यटकों का केंद्र बना हुआ है। यहाँ पडोसी के घर भी जाना हो अथवा बाजार करना हो तो आपको नाव का इस्तेमाल करना पड़ता है। इन नावों को स्थानीय भाषा में गोंडोला कहते हैं। पर्यटन के लिए कुछ बड़ी नावें भी चलती हैं जो पुरे शहर की सैर कराती हैं। इन्हे वाटर बस कहते हैं। इन नहरों पर बीच बीच में छोटे छोटे लगभग 400 पूल बने हुए हैं जो इस शहर के आवागमन को सुगम बनाने के साथ साथ इसकी खूबसूरती को चार चाँद लगाते हैं।
वेनिस सिटी कहाँ है ?
वेनिस उत्तर पूर्व इटली के एड्रियाटिक सागर के तट पर बसा एक लैगून प्रदेश है। यहाँ दो नदियाँ पो और पैव आकर मिलती हैं। इस नगर का क्षेत्रफल करीब 414 वर्ग किमी और आबादी लगभग तीन लाख से कम है। यह पूरा नगर करीब 118 द्वीपों पर फैला हुआ है। इन द्वीपों को आपस में कई जगह जोड़ा गया है। वेनिस के मध्य में एक सर्पिलाकार मुख्य नहर है जिसका नाम ग्रैंड कैनाल है। यह लगभग चार किलोमीटर लम्बी है। इसकी चौड़ाई लगभग तीन सौ फ़ीट और गहराई लगभग सोलह फ़ीट है। इसी मुख्य नहर में शहर की लगभग 170 छोटी बड़ी नहरे आकर मिलती है और पुरे वेनिस में सड़कों की तरह नहरों का एक जाल बनाती हैं।
वेनिस और गोंडोला
यहाँ कहीं भी जाना हो आपको नावों का प्रयोग करना होगा। यहाँ मुख्य रूप से दो तरह की नावें चलती हैं
एक गोंडोला दूसरी वेपोरेत्तो। गोंडोला एक लगभग ग्यारह मीटर लम्बी नाव होती है जिसका तल चपटा होता है। इसे चलाने वाले नाविक को गोंडोलियर कहते हैं। गोंडोलिअर काली पैंट स्ट्रिप वाली टीशर्ट तथा सफ़ेद टोपी में अकसर देखे जाते हैं। ये गोंडोलिअर अपनी गोंडोला के द्वारा आपको पुरे वेनिस की सैर करवाते हैं। हालांकि इसकी सवारी थोड़ी महंगी होती है। यहाँ एक बड़ी नाव जिसे वेपोरेत्तो कहते हैं भी चलती है। यह एक वाटर बस होती है। इसका किराया काफी कम होता है लेकिन यह संकरी नहरों में नहीं जाती हैं।
वेनिस और रैगाटा
वेनिस को मुखौटों और रैगाटा का भी देश कहा जाता है। यहाँ पर साल में करीब 120 रैगाटा आयोजित किये जाते हैं। रैगाटा एक प्रकार का खेल है जिसमे कलाकार तरह तरह के मुखौटों को पहन कर अपना प्रदर्शन करते हैं। यह उत्सव पर्यटकों में काफी लोकप्रिय है। रैगाटा के खेल में दर्शकों का रोमांच अपने चरम पर होता है। उनकी तालियों की गूंज दूर से ही सुनाई पड़ती है। इसके अलावे सेलसा और रेनडेंटोर का पर्व भी यहाँ बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है। दर्शकों और पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कार्निवाल के भिन्न भिन्न रूपों का प्रदर्शन किया जाता है। इस तरह वेनिस में सालों भर कुछ न कुछ कार्यक्रम चलते रहते हैं जो यहाँ की संस्कृति, कला और संगीत को जीवंत रखती हैं।
वेनिस में घूमने लायक(दर्शनीय) स्थान
वेनिस में घूमने लायक(दर्शनीय) स्थान
वैसे तो पूरा का पूरा वेनिस ही किसी कलाकार के कैनवस पर उकेरी गयी कलाकृति लगता है लेकिन इसके एक एक भवन, नहरें, पूल , गलियां, म्यूजियम, आर्ट गैलरी चर्च और महल इसे अद्भुत और अद्वितीय नगर बनाते हैं। इस शहर में अधिकांश घूमने लायक चीज़ें सान मार्को स्क्वायर के आस पास है। यह स्क्वायर बहुत ही भव्य और खूबसूरत है। इस चौक को पियाज्जा बोला जाता है। सेंट मार्क चर्च इसी चौक के पास है। यह वेनिस का सबसे सुन्दर और भव्य चर्च है। यह इटालियन बाइजेंटाइन वास्तु कला का एक उत्कृष्ट उदहारण है। इसे चर्च ऑफ़ गोल्ड भी कहते हैं। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें सोने की कारीगरी की हुई अस्सी हजार वर्ग फ़ीट से भी ज्यादा मोजैक पेंटिंग और टाइल्स लगे हैं। इस चर्च के मुख्य द्वार पर ऊपर की खिड़कियों में कांसे के बने हुए चार घोड़े की खूबसूरत मूर्तियां राखी हुई हैं जो चर्च की खूबसूरती को और भी बढ़ा देती है। इन्हे सान मार्को के घोड़े भी कहा जाता है।
सान मार्क स्क्वायर पर ही ग्रैंड कैनाल के किनारे डॉज पैलेस स्थित है। पिछले एक हजार साल से भी अधिक समय से रिपब्लिक ऑफ़ वेनिस के ड्यूक का निवास स्थान रहा है। यह महल वेन्शियन गोथिक शैली में बना हुआ है। पानी के किनारे खड़े इस महल की भव्यता और खूबसूरती देखते ही बनती है।
सान मार्क स्क्वायर पर ही ग्रैंड कैनाल के किनारे डॉज पैलेस स्थित है। पिछले एक हजार साल से भी अधिक समय से रिपब्लिक ऑफ़ वेनिस के ड्यूक का निवास स्थान रहा है। यह महल वेन्शियन गोथिक शैली में बना हुआ है। पानी के किनारे खड़े इस महल की भव्यता और खूबसूरती देखते ही बनती है।
चर्च के बायीं ओर एक खूबसूरत पांच मंज़िला भवन है। इसे सेंट मार्क्स क्लॉक टावर कहते हैं। इसकी दूसरी मंज़िल पर नीले रंग के डायल वाली घडी में बारह राशियों के साथ साथ आसमान, चाँद और सितारों को भी दिखलाया गया है। तीसरी मंज़िल पर वर्जिन मेरी और उसके बेटे की मूर्तियां है और चौथी मंज़िल पर लायन और वेनिस जो एक पंख वाला शेर है उसकी मूर्ति खड़ी है। सबसे ऊपर कांसे के बने हुए विशाल घंटे के पास दो आदमियों की मूर्तियां हैं। कुल मिला कर यह घंटा घर अपनी ओर सैलानियों को खूब आकर्षित करता है।
यहीं पर करीब 323 फ़ीट ऊँची एक बेल टावर स्थित है जो यहाँ की सर्वोच्च इमारत है। इसके साथ ही दो सुन्दर कॉलम खड़े हैं जिनमे पहले पर लायन ऑफ़ वेनिस और दूसरे पर सेंट थियोडोर की मूर्ति है।
यहीं से थोड़ी दुरी पर स्थित है आर्सेनल डी वेनेजिया जो 1320 में बना था। यह कभी जहाज बनाने का केंद्र था। यह करीब 32 हेक्टेयर में फैला हुआ था। इसमें किसी समय करीब 16000 से ज्यादा लोग काम करते थे। आज इसे इटालियन सेना अपने उपयोग में लाती है। इसके कुछ हिस्से में पर्यटकों को जाने की इज़ाज़त है।
इसी के पास डाज़ पैलेस से आर्सेनल डी वेनजिया तक ग्रैंड कैनाल के किनारे रीवा डेगली शिआवोनी नामक एक लम्बा बाजार लगता है। यहाँ हर प्रकार के सामानों की खरीदारी की जा सकती है। पेंटिंग्स, मूर्तियां , गिफ्ट आइटम , सस्ते कपडे आदि बहुत सारी चीज़ों से यह मार्किट पटा रहता है। इसके अलावे खाने पीने के एक से एक चीज़ों का आप लुफ्त उठा सकते हैं। यहीं पर इटली के प्रथम राजा विटोरिओ एम्मनुएल द्वितीय की घोड़े पर सवार बहुत बड़ी मूर्ति लगी है।
वेनिस में वैसे तो हर एक चीज़ देखने लायक है फिर भी सेंट जकारिया चर्च में टीनटरेट्टो, एंजेलो ट्रेविसानी,गिउस्प्पे , सलवीयति,एंटोनियो,बालेस्ट्रा, गिओवान्नी , डोमेनिको, त्रिपोलो,पाल्मा द एल्डर आदि महान कलाकारों द्वारा बनायीं गयी कलाकृतियों को अवश्य ही देखना चाहिए।
सान मार्को चौक के आस पास कई म्यूजियम हैं जिसमे डाज़ पैलेस और कोरेर म्यूजियम महत्वपूर्ण हैं। वेनिस का एक महत्वपूर्ण चर्च ग्रैंड कैनाल के उस पार एक छोटे से टापू पर स्थित है। इसे चर्च और हेल्थ कहा जाता है। सन 1630 में वेनिस में एक भयानक प्लेग फैला हुआ था जिसमे यहाँ की एक तिहाई जनता की मृत्यु हुई थी। उसी समय सेंट मेरी जो स्वास्थ्य की देवी मानी जाती हैं उनकी याद में यह चर्च बनाने का निर्णय लिया गया जो प्लेग के ख़त्म हो जाने पर स्थापित किया गया।
यहीं पर करीब 323 फ़ीट ऊँची एक बेल टावर स्थित है जो यहाँ की सर्वोच्च इमारत है। इसके साथ ही दो सुन्दर कॉलम खड़े हैं जिनमे पहले पर लायन ऑफ़ वेनिस और दूसरे पर सेंट थियोडोर की मूर्ति है।
यहीं से थोड़ी दुरी पर स्थित है आर्सेनल डी वेनेजिया जो 1320 में बना था। यह कभी जहाज बनाने का केंद्र था। यह करीब 32 हेक्टेयर में फैला हुआ था। इसमें किसी समय करीब 16000 से ज्यादा लोग काम करते थे। आज इसे इटालियन सेना अपने उपयोग में लाती है। इसके कुछ हिस्से में पर्यटकों को जाने की इज़ाज़त है।
इसी के पास डाज़ पैलेस से आर्सेनल डी वेनजिया तक ग्रैंड कैनाल के किनारे रीवा डेगली शिआवोनी नामक एक लम्बा बाजार लगता है। यहाँ हर प्रकार के सामानों की खरीदारी की जा सकती है। पेंटिंग्स, मूर्तियां , गिफ्ट आइटम , सस्ते कपडे आदि बहुत सारी चीज़ों से यह मार्किट पटा रहता है। इसके अलावे खाने पीने के एक से एक चीज़ों का आप लुफ्त उठा सकते हैं। यहीं पर इटली के प्रथम राजा विटोरिओ एम्मनुएल द्वितीय की घोड़े पर सवार बहुत बड़ी मूर्ति लगी है।
वेनिस में वैसे तो हर एक चीज़ देखने लायक है फिर भी सेंट जकारिया चर्च में टीनटरेट्टो, एंजेलो ट्रेविसानी,गिउस्प्पे , सलवीयति,एंटोनियो,बालेस्ट्रा, गिओवान्नी , डोमेनिको, त्रिपोलो,पाल्मा द एल्डर आदि महान कलाकारों द्वारा बनायीं गयी कलाकृतियों को अवश्य ही देखना चाहिए।
सान मार्को चौक के आस पास कई म्यूजियम हैं जिसमे डाज़ पैलेस और कोरेर म्यूजियम महत्वपूर्ण हैं। वेनिस का एक महत्वपूर्ण चर्च ग्रैंड कैनाल के उस पार एक छोटे से टापू पर स्थित है। इसे चर्च और हेल्थ कहा जाता है। सन 1630 में वेनिस में एक भयानक प्लेग फैला हुआ था जिसमे यहाँ की एक तिहाई जनता की मृत्यु हुई थी। उसी समय सेंट मेरी जो स्वास्थ्य की देवी मानी जाती हैं उनकी याद में यह चर्च बनाने का निर्णय लिया गया जो प्लेग के ख़त्म हो जाने पर स्थापित किया गया।
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