बाजार तो आप खूब घूमे होंगे। चाहे वह गांव का हाट हो, शहर का मीना बाजार हो, मॉल हो या सुपर बाजार हो किन्तु जो अनुभव और मज़ा आपको किसी चोर बाजार में खरीदारी करते हुए आएगा उसकी तुलना आप किसी से नहीं कर सकते। भरी भीड़ में अपने पसंद की चीज़ को छांटना, भाव जांचना , मोल भाव करना एक अलग ही संतुष्टि प्रदान करता है। भारत के कई शहरों में चोर बाजार मिल जायेंगे। इतना ही नहीं विश्व के कई अन्य देशों में भी उनके अपने चोर बाजार हैं। हर चोर बाज़ार की अपनी खासियत होती है। एक बात तो तय है कि किसी भी चोर बाजार में सेकंड हैण्ड और पुरानी वस्तुओं की बहुतायत होती है। किन्तु इसके साथ साथ यहाँ चोरी के माल भी खूब ख़रीदे और बेचे जाते हैं।
चोर बाजार किसे कहते हैं
कई शहरों में पुरानी और सेकंड हैण्ड वस्तुओं की खरीद बिक्री के लिए एक जगह निश्चित रहती है। यहाँ पर इन वस्तुओं के अलावे डिफेक्टिव प्रोडक्ट्स, सरप्लस प्रोडक्ट और कबाड़ भी बेचे जाते हैं। इन्ही वस्तुओं की आड़ में चोरी के सामान भी यहाँ बेचे जाते हैं। शहर के जिस बाज़ार में इस तरह की खरीद बिक्री की जाती है उसे प्रायः चोर बाजार के नाम से जाना जाता है।
चोर बाजार नाम कैसे पड़ा
शुरू शुरू में चोर बाजार को चोर बाजार नहीं कहा जाता था। वास्तव में चोर शब्द शोर का ही बदला हुआ रूप है। अँगरेज़ शोर का सही उच्चारण नहीं कर पाते थे वे शोर को चोर पढ़ते थे। मुंबई में इस तरह के बाजार को पहले शोर बाजार बोला जाता था। इसका कारण शायद यह था कि इस बाजार में बहुत शोरगुल होता था। इतना शोरगुल कि आप बगलवाले की आवाज़ भी समझ नहीं पाएंगे। ये सारा शोरगुल रास्ते के दोनों तरफ बैठे दुकानदारों के चिल्लाने की वजह से होता था। तब लोगों ने इसे शोर बाजार कहना शुरू कर दिया जो कि बाद में बदलते बदलते चोर बाजार हो गया।
इसके नामकरण के पीछे एक और कहानी कही जाती है। ब्रिटैन की रानी क्वीन विक्टोरिया के भारत आगमन पर जब उनका सामान जहाज से उतारा जा रहा था तब उनका वाइलियन गायब हो गया। बाद में बहुत ढूढ़ने के बाद वह वाइलियन इसी बाजार से बरामद हुआ। तब से इसे चोर बाजार कहा जाने लगा।
मुंबई का चोर बाजार : मुंबई में यह बाजार कमाठीपुरा के पास भेंडी बाजार में स्थित है। यह करीब डेढ़ सौ साल पुराना बाजार है। मुंबई के चोर बाजार के बारे में एक कहावत मशहूर है यदि आपका कोई सामान मुंबई में चोरी हो गया है तो आप उसे फिर इस बाज़ार में खरीद सकते हैं। आज यह बाज़ार सेकंडहैंड वस्तुओं का एक बहुत ही बड़ा मार्किट बन गया है। यहाँ आप अपने जरुरत की हर चीज़ बहुत ही कम दामों में पा सकते हैं। यहाँ आप एक से एक पुरानी एंटीक वस्तुएं पा सकते हैं। यहाँ कोई भी सामान खरीदते समय खूब मोल भाव कर लें। यह एस वी रोड और मौलाना शौकत अली रोड के बीच में स्थित है जो कि ग्रांट रोड स्टेशन के पास है।
यह बाजार सुबह 11 बजे से शाम के साढ़े सात बजे तक खुला रहता है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के समय यह मार्किट बंद रहता है।
यहाँ चोरी की हर वस्तु मिल जाएगी। इसके साथ ही सेकंड हैण्ड सामन भी बहुतायत में मिल जाएंगे। यहाँ ऑटो मोबाइल्स के स्पेयर पार्ट्स, एंटीक वस्तुएं, फिल्मों के पोस्टर हर कुछ मिल जायेगा।
दिल्ली का चोर बाज़ार : यह चोर बाजार जामा मस्जिद के नज़दीक लाला लाजपत राय बाजार में स्थित है। यह जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के पास है। यह मार्किट सुबह पांच बजे से शाम के पांच बजे तक खुला हुआ रहता है। दिल्ली का यह चोर बाजार भारत का सबसे पुराना चोर बाजार है। पहले यह लाल किले के पीछे रविवार को लगता था। यहाँ हर चीज़ मिल जाएगी चाहे वो इलेक्ट्रॉनिक सामन हो या कपडे, किताबें, मोटर स्पेयर पार्ट्स से लेकर कबाड़ के सामान तक। यहाँ के चोर बाजार में डुप्लीकेट सामान खूब बिकते हैं। अतः इलेक्ट्रॉनिक सामानों की खरीद करते समय उसके असली होने की अच्छी तरह से जांच कर लें। मोल भाव भी यहाँ खूब होता है। कई बार तो सामान आधे से कम कीमत पर मिल जाते हैं।
नए सामान या कपडे खरीदते समय यह जरूर जांच लें कि वह कहीं से डैमेज या कटा फटा तो नहीं है। यहाँ कबाड़ के सामानों की बहुतायत है। वैसे तो यहाँ सेकंड हैंड सामान ज्यादा बिकते हैं फिर भी यहाँ बहुत सारे सामान चोरी के भी होते हैं।
सोतीगंज मेरठ : यह वास्तव में पुरानी गाड़ियों का एक बहुत ही बड़ा मार्किट है। यहाँ गाड़ी से सम्बंधित हर चीज़ आप पा सकते हैं। सोतीगंज एशिया का सबसे बड़ा स्क्रैप मार्किट मन जाता है यह सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक खुला रहता है। यहाँ सेकेंडहैंड, एक्सीडेंट में ख़राब हुई गाड़ियां, चोरी की गाड़ियां सब मिल जाएँगी। पुरानी और विंटेज कारों के शौकीन अपनी गाड़ियों के पार्ट पुर्जे यहाँ से पा सकते हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के समय की विलीज जीप के टायर भी यहाँ देखे जा सकते हैं। गाड़ियों के जो मॉडल बंद हो चुके हैं वो भी यहाँ मिल जायेगा साथ ही उसके पुर्जे भी यहाँ मिल जाते हैं। इस चोर बाजार में खरीदारी करने के लिए आपको इस मार्किट की और सही डीलर की जानकारी होनी चाहिए।
चिकपेट चोर बाजार बेंगलुरु : बेंगलुरु में स्थित यह मार्किट सिर्फ संडे को लगता है। यह मार्किट बेंगलुरु में चिकपेट नामक स्थान पर जो बिवीके अयंगर रोड पर स्थित है लगती है। यह एवेन्यू रोड के एकदम पास में स्थित है। इस चोर बाजार में इलेक्ट्रॉनिक आइटम की भरमार होती है। यहाँ आप सेकंड हैंड इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, कैमरा, घड़ियाँ आदि खरीद सकते हैं। यहाँ एंटीक आइटम भी मिलते हैं। इस चोर जिम के इक्विपमेंट भी काफी सस्ते मिलते हैं। इस मार्किट में बहुत सारे आइटम तो सेकेंडहैंड होते हैं पर कई सामान चोरी के भी होते हैं।
चेन्नई चोर बाज़ार पुड्डुपेट्टई : कहा जाता है इस मार्किट में यदि आप अपनी कार या बाइक को पार्क करके कुछ खरीद रहे हैं तो संभव है आपकी कार या बाइक के पुर्जे इस बाज़ार के किसी दूकान पर बिकता हुआ मिले। यह चोर बाज़ार सेन्ट्रल चेन्नई में स्थित ऑटो नगर में चलता है।यह एग्मोर रेलवे स्टेशन से काफी पास पड़ता है। यह बाज़ार सुबह दस बजे से शाम के छह बजे तक खुली रहती है। यहाँ पुरानी और चोरी की कारों को मॉडिफाई करके बेचा जाता है। यहाँ मुख्य रूप से गाड़ियों की रिमॉडलिंग की जाती है। इसके साथ ही यहाँ गाड़ियों के तमाम स्पेयर पार्ट्स चाहे वह असली हो या नकली मिल जायेंगे।
विश्व के प्रसिद्ध चोर बाजार
ऐसा नहीं है कि चोर बाजार केवल अपने भारत में मिलते हों। दुनिया के कई देशों में चोर बाजार या चोर बाजार की तरह का मार्किट पाए जाते हैं। इन बाज़ारों में काफी चहल पहल और रौनक होती है।
लेस प्युसेट दी सेंत पेरिस : चोरी और पुराने सामानों के लिए लेस प्युसेट पुरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह दुनिया के सबसे पुराने चोर बाजार में अपना स्थान रखता है। यहाँ आपको एक से एक पुराने और बेकार सामानों के साथ साथ एंटीक और लक्ज़री आइटम भी मिल जायेंगे। इस बाज़ार के शुरू होने की कहानी बहुत ही दिलचस्प है। कहा जाता है पुराने जमाने में एक बार कचरा बीनने वालों को शहर से निकाल दिया गया। उस समय उन लोगों ने यहीं पर पनाह ली। कचरा बीनने के दौरान जब कभी उन्हें कोई अच्छी चीज़ मिलती तो वे उसे बेचने के लिए वहीँ पर बाजार लगाने लगे। धीरे धीरे इस बाजार में चोरी के सामान और पुराने इस्तेमाल किये हुए सामान भी बिकने लगे। आज इस बाज़ार में आपको हर चीज़ मिल जाएगी।
फियरा दा लादरा, लिस्बन : लिस्बन में हमेशा पर्यटकों की भरमार रहती है। विश्व के कोने कोने से लोग लिस्बन घूमने आते हैं। यहीं पर एक बाजार फियारा दा लादरा लगता है जो चोरी के सामानो के लिए प्रसिद्ध है। लिस्बन के टूरिस्ट प्लेस होने की वजह से यहाँ खूब भीड़ होती है। इस बाजार में चोरी के सामन काफी कम कीमत पर मिल जायेंगे। यहाँ एंटीक आइटम, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स घरेलु सामान आदि खूब बिकते हैं।
केव क्रीक थीव्स मार्किट एरिजोना : अमेरिका के एरिजोना में स्थित यह चोर बाजार अपनी खासियतों के लिए पुरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह चोर बाजार केवल अक्टूबर से लेकर मई तक ही लगता है। इस स्थान पर आप अपने जरुरत की हर चीज़ पा सकते हैं वह भी काफी काम कीमत पर। बाजार के दिनों में इस मार्किट में काफी चहल पहल रहती है। दूर दूर से लोग इस बाज़ार में खरीदारी करने आते हैं।
लस्कर रॉ मार्किट होन्ग कोंग : यह होन्ग कोंग का बहुत ही फेमस बाज़ार है। इस बाजार को कैट स्ट्रीट भी कहा जाता है। यह बाज़ार नकली सामानों के लिए प्रसिद्ध है। आपको हर सामान का डुप्लीकेट मिल जाएगा। ऐसा नहीं है कि यहाँ हर चीज़ नकली ही मिलती है आप यहाँ असली सामान भी पा सकते हैं बस आप के पास पारखी नज़र होनी चाहिए। पर्यटकों की वजह से इस मार्किट में अच्छी खासी भीड़ होती है।
खलोंग थोम बैंकाक : दिन में लगने वाले बाजार तो आप बहुत देखे होंगे पर यहाँ हम बताने जा रहे हैं एक ऐसे चोर बाजार के बारे में जो सिर्फ रात में ही लगता है। यहाँ इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे कैमरा , घड़ियाँ, मोबाइल बहुतायत में मिल जायेंगे। एक बात और इस बाजार में मोल भाव खूब होता है। इस बाज़ार में ज्यादातर चोरी के ही सामान बिकते हैं।